कर्मचारियों को निकालने की प्लानिंग में ये बड़ी कंपनी

दिल्ली जानी मानी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कंपनी बॉश जर्मनी में अपने प्लॉन्ट्स से 7,000 कर्मचारियों को निकालने की योजना बना रहा है। इसकी जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट  के जरिए सामने आई है। इसके साथ ही कंपनी के CEO स्टीफन हार्टुंग ने यह भी बताया कि हाल के महीनों में कंपनी ने वर्ल्डवाइड नौकरियों को कम करने की बात पर भी जोर  दिया है। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

बॉश का ये कदम जर्मनी में 7,000 से अधिक नौकरियों को प्रभावित कर सकता है। इसमें खासतौर ऑटोमोटिव सप्लाई एरिया, होम अप्लायंसेस को संभालने वाली सबसिडरी BSH के कर्मचारी हो सकते हैं।

क्या हो सकता है कारण?

बता दें कि कंपनी का रेवेन्यू इसका मुख्य कारण हो सकता है। बॉश ने 2023 में लगभग 98 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रेवेन्यू जनरेट किया था।  हालांकि इस साल कंपनी अपना इकोनॉमिकल गोल हासिल नहीं कर पाएगी। CEO  हार्टुंग ने बताया कि इस साल सेल पर रिटर्न पिछले साल के 5 प्रतिशत से कम रहेगा । इस बार कंपनी को केवल 4 प्रतिशत हासिल करने की उम्मीद है।

बता दें कि कंपनी का लक्ष्य 2026 तक 7 प्रतिशत तक पहुंचना है। इसपर  हार्टुंग ने कहा,’ बॉश 2024 में अपने इकोनॉमिकल गोल को हासिल नहीं कर पाएगा, फिलहाल, मैं इस बात से इंकार नहीं कर सकता कि हमें अपने स्टाफिंग रिसोर्सेज को एडजस्ट करना होगा।

Bosch

क्या है कंपनी का नया कदम?

मीडिया रिपोर्ट की  मानें तो जहां कंपनी एक तरह नौकरियों में कटौती  कर रही है, इसके बावजूद कंपनी आयरिश कंपनी जॉनसन कंट्रोल्स का एक्वायर करने की योजना बना रही है। ये कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण बताया जा रहा है। इस अधिग्रहण से बॉश हीट पंप और एयर कंडीशनिंग इंडस्ट्री में अपना दबदबा बनाना चाहता है और इसकी लागत 8 बिलियन डॉलर हो सकती है।

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