धनतेरस पर धन की देवी माता लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और आयुर्वेद के दाता धन्वंतरि की पूजा का विधान है। इसी के साथ घर में देवी-देवताओं के नाम का दीपक जलाना भी शुभ होता है।
मान्यता है कि धनतेरस के शुभ दिन जो लोग देवी-देवताओं की पूजा करने के साथ-साथ खरीदारी करते हैं, उन्हें माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन ज्यादातर लोग सोना-चांदी, बर्तन और मूर्ति खरीदते हैं। हालांकि कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जिन्हें धनतेरस पर खरीदना शुभ नहीं माना जाता है। आइए जानते हैं धनतेरस के शुभ दिन किस-किस धातु के बर्तनों को खरीदने से बचना चाहिए।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, धनतेरस पर स्टील या लोहे के बर्तन नहीं खरीदने चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में लोहे का संबंध कर्मफल दाता शनि ग्रह से बताया गया है। यदि आप इस दिन लोहे से बनी चीजों की खरीदारी करते हैं, तो आपको शनि के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है। स्टील को लोहे का ही एक रूप माना जाता है। केवल इसी वजह से धनतेरस पर स्टील के बर्तन खरीदने से भी बचना चाहिए।
स्टील व लोहे के अलावा धनतेरस पर कांच के बर्तन भी नहीं खरीदने चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में कांच का संबंध पापी ग्रह राहु से बताया गया है। यदि आप इस शुभ दिन कांच के बर्तन खरीदते हैं, तो आपको धन की तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
इन 5 चीजों को खरीदने से भी बचें
- धार्मिक मान्यता के अनुसार, धनतेरस पर प्लास्टिक से बनी चीजों की नहीं खरीदना चाहिए।
- चाकू, सुई और कैंची आदि नुकीली और धारदार चीजों की खरीदारी भी धनतेरस पर नहीं करनी चाहिए। मान्यता है कि इन चीजों की खरीदारी करने से घर में परेशानियों का आगमन होता है।
- धनतेरस के शुभ दिन आर्टिफिशियल ज्वेलरी भी नहीं खरीदनी चाहिए। इस दिन केवल सोना और चांदी खरीदना ही शुभ होता है।
- धनतेरस पर काले रंग के कपड़े भी नहीं खरीदने चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि काले रंग का संबंध शनि से होता है। यदि आप इस दिन काले रंग के कपड़े खरीदते हैं, तो आपको शनि के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।