आगरा। व्हाट्सऐप लगातार अपने यूजर्स के लिए नए फीचर्स ला रहा है और हाल ही में मेटा AI के साथ इसका इंटीग्रेशन इसी का एक बड़ा एग्जांपल है। अब, कंपनी एक नए फीचर पर काम कर रही है जिसे चैट मेमोरी कहा जा रहा है। जी हां, यह फीचर मेटा AI को आपके साथ हुई बातचीत को याद रखने में सक्षम बनाएगा, जिससे वह आपके लिए और ज्यादा पर्सनलाइज्ड हो सकेगा।
उदाहरण के लिए, अगर चैट असिस्टेंट को पता है कि आप वेजीटेरियन हैं, तो वह उसी हिसाब से रेसिपी शेयर करेगा। हालांकि, यह ऐसा फीचर भी हो सकता है जिस पर कुछ लिमिट्स का होना बेहद जरूरी है। फिलहाल, इस फीचर पर काम चल रहा है और आने वाले दिनों में इसे रोल आउट किया जा सकता है।
कैसे काम करेगा ये फीचर?
यह फीचर आपके डाइट, बर्थडे, पसंदीदा किताबें या यहां तक कि आपकी बातचीत की शैली जैसी पर्सनल जानकारी को भी याद रखेगा। इस जानकारी के आधार पर, मेटा AI आपके लिए ज्यादा रिलेवेंट सजेशन और जवाब दे सकेगा। आपके पास इस बात पर पूरा कंट्रोल होगा कि मेटा AI को क्या क्या याद रखना है। आप किसी भी समय इस जानकारी को अपडेट या डिलीट भी कर सकेंगे।
क्यों है यह फीचर इतना खास?
- बेहतर पर्सनलाइजेशन: यह फीचर मेटा AI को आपके लिए एक और ज्यादा पर्सनल असिस्टेंट बनाएगा।
- बेहतर एक्सपीरियंस: यह आपके साथ बातचीत को अधिक नेचुरल और अट्रैक्टिव बनाएगा।
चिंताएं और यूजर्स के मन में ये सवाल
हालांकि यह फीचर बहुत यूजफुल लगता है, लेकिन कुछ चिंताएं भी पैदा कर रहा है। इससे बहुत से यूजर्स के मन में ये सवाल चल रहा है कि क्या हमारी पर्सनल जानकारी सिक्योर रहेगी? कहीं हम अनजाने में बहुत ज्यादा पर्सनल डिटेल्स तो शेयर नहीं कर रहे? क्या इस जानकारी का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है? क्योंकि चैट मेमोरी फीचर WhatsApp को नेक्स्ट लेवल पर ले जा सकता है, लेकिन यह जरूरी है कि हम इसके जोखिमों के बारे में भी जागरूक रहें।