जबलपुर दिव्यांगजनों द्वारा तैयार उत्पादों के प्रदर्शन के लिए जबलपुर में आयोजित किये जा रहे देश के 21वें दिव्य कला मेला का केन्द्रीय समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने आज औपचारिक शुभारंभ किया। एमएलबी स्कूल के खेल मैदान में 17 अक्टूबर से आयोजित किये जा रहे ग्यारह दिन के इस मेले में देश के 12 राज्यों के दिव्यांगजनों द्वारा अपने उत्पादों के प्रदर्शन किया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने दिव्य कला मेले के आयोजन को दिव्यांगजनों के आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया अनूठा कदम बताया। उन्होंने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर के नागरिक बड़े दिल वाले हैं और मेले में आये दिव्यांगजनों को उनका भरपूर प्रोत्साहन और स्नेह मिलेगा। मेले में शामिल हो रहे प्रतिभागी संस्कारधानी की मधुर स्मृतियां लेकर यहां से जायेंगे।
दिव्य कला मेले के उद्घाटन समारोह में प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री श्री नारायन सिंह कुशवाह, विधायक श्री अशोक रोहाणी, प्रदेश के नि:शक्तजन आयुक्त श्री संदीप रजक, कलेक्टर दीपक सक्सेना, राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक नवीन शाह एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय केन्द्र शासन के संयुक्त सचिव राजीव शर्मा भी मौजूद थे। दिव्य कला मेले में दिव्यांगजनों के उत्पादो एवं शिल्प कौशल के प्रदर्शन के लिए करीब 100 स्टॉल लगाये गये है।
मेले के उद्घाटन अवसर पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने 18 दिव्यांगजनों को स्वरोजगार स्थापित करने तथा गृह, वाहन एवं शिक्षा के लिए 1 करोड़ 21 लाख रूपये के स्वीकृत ऋण के चेक वितरित किये। इस अवसर पर 9 दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्रायसाईकल एवं 49 दिव्यांगों को सहायक उपकरणों का वितरण भी किया गया। केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जबलपुर में दिव्य कला मेला के आयोजन का उद्देश्य जबलपुर और आस-पास के क्षेत्र के दिव्यांगजनों को प्रतिनिधित्व देना है। उन्होंने कहा कि इसके पहले देश भर में 20 स्थानों पर दिव्य कला मेलों का आयोजन किया जा चुका है लेकिन उनमें जबलपुर और इसके आस पास के दिव्यांगजनों का प्रतिनिधित्व नहीं रहा है। डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने दिव्य कला मेले के अभिनव आयोजन को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में दिव्यांगजनों की भी सहभागिता सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया कदम बताया। उन्होंने बताया कि देश का पहला दिव्य कला मेला वर्ष 2022 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था तब से अब तक आयोजित किये गये 20 दिव्य कला मेलों में अपने उत्पादों के विक्रय से दिव्यांगजनों द्वारा 15 करोड़ रूपये से अधिक की आय अर्जित की जा चुकी है। केन्द्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में स्थानीय प्रशासन से स्कूल एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं को दिव्य कला मेले में लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे मेले की रौनक बढ़ेगी और दिव्यांगजनों के चेहरे पर खुशियां भी दिखाई देगी। केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने अपने संबोधन में केन्द्र शासन द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही योजनाओं एवं कार्यक्रमों का उल्लेख भी किया।
प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं सामाजिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री श्री कुशवाह ने दिव्य कला मेलों को केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार की दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की सोच का परिणाम बताया। श्री कुशवाह ने जबलपुर में दिव्य कला मेले के आयोजन के लिए डॉ. वीरेन्द्र कुमार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दिव्य कला मेला प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प को पूरा करने में दिव्यांगजनों को भी सहभागी बनाने का प्रयास है। श्री कुशवाह ने संस्कारधानी जबलपुर के नागरिकों से आग्रह किया कि वे दीपावली के अवसर पर लगाये गये इस मेले में परिवार सहित आयें और दिव्यांगजनों के उत्पादों को क्रय कर उन्हें प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि यह मेला बाजार नहीं है बल्कि दिव्यांगजनों को सक्षम बनाने का और उन्हें संबल प्रदान करने का माध्यम है। मंत्री श्री कुशवाह ने प्रदेश में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने और समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में किये जा रहे कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में तहसील स्तर पर शिविर लगाकर और दिव्यांगजनों की आवश्यकता को चिन्हित कर उन्हें सहायक उपकरण भी वितरित किए गये हैं।
विधायक श्री अशोक रोहाणी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में जबलपुर में दिव्य कला मेले के आयोजन को केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार की सोच और दूरदर्शिता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि ईश्वर यदि किसी से कुछ लेता है तो उन्हें विभिन्न कलाओं से नवाजता भी है। उन्होंने दिव्य कला मेले में देश भर से आये दिव्यांगजनों का संस्कारधानी के नागरिकों की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि पहले दिव्यांगजनों को विकलांग कहकर संबोधित किया जाता था लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांग शब्द देकर उन्हें सम्मान दिया है और सक्षम बनाने की दिशा में कई कदम उठायें है। श्री रोहाणी ने दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से सामर्थ्यवान बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के कार्यों के लिए भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का अभार भी जताया। उन्होंने संस्कारधानी वासियों से दिव्य कला मेला में आकर दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित आकर्षक वस्तुओं को खरीदने की अपील की। आयुक्त निःशक्तजन मध्यप्रदेश श्री संदीप रजक ने दिव्य कला मेला के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए जबलपुर में इसके आयोजन के लिए केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार को धन्यवाद दिया। श्री रजक ने कहा कि दिव्यांगजनों की क्षमता को परिलक्षित करने देशभर में आयोजित किये जा रहे दिव्य कला मेलों की श्रृंखला अनूठी है। दिव्यांजनों का आर्थिक पुनर्वास ही इस दिव्य कला मेले का लक्ष्य है।
नि:शक्तजन आयुक्त श्री रजक ने दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए छोटे स्वरूप में प्रदेशभर में दिव्य कला मेले के आयोजन करने का आग्रह प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री से किया। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने अपने संबोधन में दिव्य कला मेले को अनूठा बताते हुए कहा कि आमतौर पर दिव्यांगजनों के लिए मेलों का आयोजन सहायक उपकरणों के वितरण के लिए किया जाता है, लेकिन यह मेला दिव्यांगजनों को सामान्य जन की बराबरी पर ला खड़ा करने तथा उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए लगाया गया है। उन्होंने कहा कि दिव्य कला मेला निश्चित रूप से दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से दृढ़ता प्रदान करेगा।
कलेक्टर श्री सक्सेना ने जबलपुर वासियों से बड़ी संख्या में दिव्य कला मेले में पधारकर दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित विभिन्न सामग्रियों को खरीदने की अपील भी अपने संबोधन में की। इसके पहले दिव्य कला मेले का शुभारंभ केन्द्रीय सामाजिक एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार एवं प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री श्री नारायन सिंह कुशवाह ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर सागर से आये दिव्यांग कलाकारों ने मोनिया लोक नृत्य प्रस्तुत कर मंत्री द्वय का स्वागत किया। केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार एवं प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री श्री कुशवाह ने दिव्य कला मेले में लगे स्टॉलों का भ्रमण कर दिव्यांगजनों द्वारा तैयार उत्पादों का अवलोकन किया तथा उनका उत्साहवर्धन किया।