कब है नवरात्रि में नवमी?

नवरात्रि  पर्व साल में चार बार बनाया जाता है, शारदीय नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान व्रत रखने के साथ-साथ मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की आराधना की जाती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, हर वर्ष आश्विन माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि शुरू होती है, जिसका समापन 9 दिन बाद नवमी तिथि के दिन होता है। इस साल 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि का आरंभ हो गया है, जिसका समापन 11 अक्टूबर को कन्या पूजन करने के बाद होगा। शारदीय नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि के दिन पूजा-पाठ करने से साधक को विशेष फल की प्राप्ति होती है। जहां कुछ लोग अष्टमी तिथि के दिन कन्या पूजन करने के बाद नवरात्रि के व्रत का समापन करते हैं, तो कुछ लोग नवमी तिथि के दिन व्रत का पारण करते हैं। चलिए जानते हैं इस साल किस दिन नवमी तिथि की पूजा करना शुभ रहेगा।

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि 11 अक्टूबर को दोपहर 12:06 मिनट से शुरू हो रही है, जिसका समापन 12 अक्टूबर को सुबह 10:57 मिनट पर होगा। उदयातिथि के आधार पर 11 अक्टूबर 2024 को नवमी तिथि का व्रत रखना शुभ रहेगा। बता दें कि इस बार अष्टमी तिथि का व्रत भी 11 अक्टूबर 2024 को रखा जाएगा। इस साल अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से शुरू हो रही है, जिसका समापन 11 अक्टूबर को दोपहर 12:06 मिनट पर होगा। ऐसे में 11 अक्टूबर 2024 को अष्टमी और नवमी दोनों तिथि का व्रत रखा जाएगा।

नवमी तिथि में पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

11 अक्टूबर 2024 को माता दुर्गा की पूजा करने के तीन शुभ मुहूर्त हैं। अष्टमी व नवमी तिथि पर देवी की पूजा का सामान्य मुहूर्त प्रात: काल 06:20 मिनट से लेकर सुबह 07:47 मिनट तक है। सामान्य मुहूर्त के बाद सुबह 07:47 मिनट से लेकर सुबह 09:14 मिनट तक उन्नति मुहूर्त है, जिस दौरान भी माता दुर्गा की पूजा की जा सकती है। यदि किसी वजह से आप इन दोनों मुहूर्त में पूजा नहीं कर पाए हैं, तो इस दिन सुबह 09:14 मिनट से लेकर सुबह 10:41 मिनट तक अमृत मुहूर्त में भी माता रानी की आराधना कर सकते हैं।

2024 में कन्या पूजन कब है?

पंचांग के अनुसार, इस साल अष्टमी और नवमी तिथि एक दिन ही है। इस वजह से केवल 11 अक्टूबर 2024 को कन्या पूजन करना शुभ रहेगा। इस दिन कन्या पूजन करने का शुभ मुहूर्त प्रात: काल से लेकर सुबह 10:41 मिनट तक है। 11 अक्टूबर 2024 को सुबह 10 बजकर 41 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 08 मिनट तक राहुकाल रहेगा, जिस समय कोई भी मंगल कार्य नहीं करना चाहिए।

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