राहत वितरण के फेल ट्रांजेक्शन का तत्काल निराकरण कराएँ

ग्वालियर। बैंक खाते के नम्बर गलत होने या किसी अन्य तकनीकी कारण से हुए राहत राशि के फेल ट्रांजेक्शन (विफल लेन-देन) का तत्काल निराकरण कराएँ। साथ ही राहत स्वीकृति के बाबजूद बैंक में खाते न होने की वजह से जिन्हें राशि नहीं मिल पा रही है, उनके खाते लीड बैंक ऑफीसर से समन्वय बनाकर एक दिन के भीतर खुलवाएँ। इसमें कोई ढ़िलाई न हो। इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने अतिवर्षा एवं जल भराव से प्रभावित लोगों को वितरित की जा रही आर्थिक सहायता की समीक्षा के दौरान जिले के सभी एसडीएम व तहसीलदारों को दिए।

बैठक में बताया गया कि जिले में अतिवर्षा व बाढ़ से प्रभावित 12 हजार 412 परिवारों के लिये राज्य शासन के प्रावधानों के तहत 6 करोड़ 64 लाख 86 हजार 400 रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। इसमें से 12 हजार 48 परिवारों के खातों में 6 करोड़ 41 लाख 52 हजार रूपए की आर्थिक सहायता पहुँचाई जा चुकी है।

सोमवार की शाम यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में अतिवर्षा से प्रभावित लोगों को राहत वितरण, डेंगू व मलेरिया नियंत्रण, छात्रावासों की व्यवस्थायें, दिव्यांगजन विवाह व परिचय सम्मेलन, फसल गिरदावरी, स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा व सीएम हैल्पलाइन सहित राज्य शासन के प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरुण कुमार, श्री कुमार सत्यम व श्री टी एन सिंह एवं जिले के सभी एसडीएम सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। डबरा, भितरवार व घाटीगाँव के एसडीएम, जनपद पंचायतों के सीईओ एवं अन्य मैदानी अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल हुए।

कलेक्टर श्रीमती चौहान ने अविर्षा व जल भराव से प्रभावित हुईं फसलों के सर्वेक्षण को भी तत्परता से अंतिम रूप देने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि जिले के सभी राजस्व अनुविभागों में फसल सर्वे का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। केवल धान के उन्हीं खेतों का सर्वे बचा है जो पूरी तरह पानी से भरे हुए हैं। बैठक में कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि सीएम हैल्पलाइन पोर्टल पर यदि राहत वितरण से संबंधित शिकायतें आई हों तो उनका निराकरण भी तत्काल कराएँ।

डेंगू की रोकथाम के लिये क्विक रिस्पाँस टीमें भी बनाएँ

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने डेंगू नियंत्रण के लिये की जा रही कार्रवाई को और तेज करने पर बल दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि संवेदनशील क्षेत्रों में टेमिफोस व परमैथ्रिम दवाओं के छिड़काव के लिये क्विक रिस्पाँस टीम गठित की जाएँ। साथ ही कहा कि इन टीमों के लिये वाहन भी उपलब्ध कराए जाएं। इसके लिये जिला प्रशासन द्वारा धन की व्यवस्था कराई जायेगी। कलेक्टर ने अधिक से अधिक क्षेत्रों को कवर करने के लिये कृषि व उद्यानिकी इत्यादि विभागों से छिड़काव पम्प लेने के लिये भी कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि नर्सिंग होम व निजी पैथोलॉजी में डेंगू की जाँच एलायजा पद्धति से ही हों। ऐसा न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही डेंगू मरीजों को निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएँ।

जिले के सभी छात्रावासों का होगा कायाकल्प

जिले में स्कूल शिक्षा एवं अनुसूचित जाति व जनजाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित सभी छात्रावासों का जीर्णोद्धार कर कायाकल्प किया जायेगा। इस सिलसिले में सभी एसडीएम के माध्यम से छात्रावासों का निरीक्षण कराया गया है। कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान ने बैठक में कहा कि निरीक्षण में सामने आईं कमियों को दूर कर छात्रावासों का कायाकल्प किया जायेगा। उन्होंने कहा सरकार की योजनाओं, बैंक व सीएसआर मद के संयोजन से छात्रावासों में आवश्यक कार्य कराए जायेंगे। कलेक्टर ने महिलाओं का दल बनाकर छात्रावासों का एक और निरीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं, जिससे एक घर की जरूरतों के अनुसार छात्रावास की जरूरतों का भी पता लगाकर उन्हें पूरा किया जा सके।

दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन 4 अक्टूबर को, तैयारियों की हुई समीक्षा

जिला प्रशासन की पहल पर जिले में दिव्यांग जन का सामूहिक विवाह सम्मेलन होने जा रहा है। इस कड़ी में 4 अक्टूबर को बाल भवन में जिला स्तरीय दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन आयोजित होगा। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने इस सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की। दिव्यांगजन परिचय सम्मेलन के लिए अभी तक 129 दिव्यांग युवक-युवतियों द्वारा अपना पंजीयन कराया जा चुका है। इन सभी की सामान्य जानकारी को समाहित करते हुए एक बुकलेट तैयार कराई गई है, जिससे दिव्यांग युवक-युवती एक-दूसरे को समझकर विवाह करने का निर्णय ले सकें। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने दिव्यांगों के सामूहिक विवाह सम्मेलन में स्वंयसेवी, सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों का सहयोग लेने के निर्देश भी दिए।

सीएम हैल्पलाइन में ग्वालियर जिला दसवें नम्बर पर आया

जिले में सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण के लिये विशेष मुहिम चलाई जा रही है, जिससे शिकायतों के निराकरण में तेजी आई है और इसके फलस्वरूप ग्वालियर जिले की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार आया है। ग्वालियर जिला अब दसवें नम्बर पर आ गया है। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों को सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में और तेजी लाने और गुणवत्ता के साथ शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए।

स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े की गतिविधियों की भी हुई समीक्षा

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के तहत चल रहीं गतिविधियों की समीक्षा भी की। उन्होंने इसकी प्रगति रिपोर्ट, फोटोग्राफ व वीडियो क्लिपिंग सहित मांगी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

kabhar all kabhar sample TEXT STORY