हम अपने घर पर ऐसा पौष्टिक आहार तैयार कर सकते हैं, जो महिलाओं व बच्चों में खून की कमी दूर करने के साथ-साथ उन्हें पूर्ण स्वस्थ बनाता है। सहजन की पत्तियाँ व फूल एवं मोटे अनाज (मिलेट्स) से बने व्यंजन सुपोषण के लिये संजीवनी से कम नहीं हैं। यह बातें राष्ट्रीय पोषण माह के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई पौष्टिक व्यंजन व क्विज प्रतियोगिता में मौजूद महिला प्रतिभागियों को बताई गईं।
कार्यक्रम में क्षेत्र की महिलाओं द्वारा स्थानीय पोषक पदार्थों से विभिन्न प्रकारों के पौष्टिक व्यंजन बनाकर पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया गया है। उनके द्वारा इन व्यंजन को तैयार करने की विधि का प्रदर्शन भी किया गया है। पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता में कृषि विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञों ने मूल्यांकन किया गया है। पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर श्रीमती नमिता अग्रवाल, द्वितीय स्थान पर श्रीमती आरती कुशवाह एवं तृतीय स्थान पर श्रीमती सरोज नागर रही।
सोमवार को कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में कृषि महा विद्यालय के अधिष्ठाता डा. एस.एस.तोमर ने महिलाओं को सहजन के पत्तियों और फूल का भोजन में प्रयोग करने सलाह दी। जिला कार्यक्रम अधिकारी डी.एस. जादौन द्वारा महिलाओं को और किशोरियों को भोजन में लोह तत्वों को शामिल करने से महिलाओं खून की कमी को रोकने के बारे में बताया गया। साथ ही उन्होंने बच्चों को एल्वेंडाजोल की दावा के संबंध में जानकारी दी गई। वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डा. शैलेन्द्र सिंह कुशवाह ने महिलाओं से कहा कि वे घर में डाइट चार्ट तैयार करें और भोजन में विविधिता को शामिल करें। वैज्ञानिक डा. जे. एस. राजपूत द्वारा भोजन में दूध और उससे बनी हुई सामग्री के उपयोग के महत्व के बारे में बताया गया है। वरिष्ठ विज्ञानिक डा. रीता मिश्रा ने भोजन में सूक्ष्म पोषक तत्वों एवं मोटे अनाज (मिलेट्स) के महत्व के बारे में उपस्थित महिलाओं को जानकारी दी गई।
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागीयों में से 05 दल बनाये गये जिनके द्वारा पोषण क्विज प्रतियोगिता में भाग लिया। पोषण क्विज का संचालन न्यूट्रीशन इंटरनेशनल के संभागीय समन्वयक श्री रफीक बेग द्वारा किया गया। पोषण क्विज में परियोजना ग्वालियर शहरी क्रमांक-01 के दल ने प्रथम स्थान, परियोजना ग्वालियर शहरी क्रमांक-03 के दल ने द्वितीय स्थान एवं परियोजना ग्वालियर शहरी क्रमांक-05 के दल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।