हर व्यक्ति को गरिमा पूर्ण जीवन यापन का अधिकार है। जब व्यक्ति अपने अधिकारों से परिचित होगा तभी अपने कर्तव्यों का निर्वहन भलीभाँति कर सकेगा। इसलिए विधि का ज्ञान एवं जागरूकता विकसित करना राष्ट्र के लिए अहम आवश्यकता है। इस आशय के विचार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ग्वालियर श्री पी सी गुप्ता के निर्देश पर महात्मा गाँधी कॉलेज ऑफ लॉ में शनिवार को आयोजित हुए विधिक साक्षरता शिविर में जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्री विवेक कुमार ने व्यक्त किये। जिला न्यायाधीश श्री विवेक कुमार ने इस अवसर पर मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणापत्र व बालकों का लैंगिक अपराधों से संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो एक्ट) 2012 के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री आशीष दवंडे ने अज्ञात वाहन से दुर्घटना में नुकसान उठाने वाले पक्षकारों के लिए लागू की गयी हिट एंड रन योजना 2022 व मध्य प्रदेश अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना 2015 के संबंध में जानकारी प्रदान की। व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड श्री अमूल मंडलोई ने सायबर अपराध,फिशिंग, विशिंग,सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले अपराध, बैंकिंग फ्राड,टीम व्युअर, टोरंटो एप, डेटा चोरी हैकिंग,सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 में सायबर अपराधों के संबंध में प्रक्रिया एवं दंड के संबंध में जानकारी दी। साथ ही तकनीक का संयमित एवं सुरक्षित उपयोग के तरीके सुझाये और मोटर व्हीकल एक्ट के संबध में भी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री नितिन कुमार मुजाल्दा भी मौजूद रहे।
जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री दीपक शर्मा ने निःशुल्क विधिक सहायता, मौलिक कर्तव्य, नालसा टोल फ्री नंबर 15100 के बारे में जानकारी प्रदान की। महात्मा गॉंधी स्कूल ऑफ लॉ के चेयरमैन श्री यशपाल सिंह तोमर ने कहा कि समाज में जन जाग्रति के लिए विद्यार्थियों को सेवा को संकल्प रुप में अपनाते हुए अपने अंदर नेतृत्व क्षमता को विकसित करना चाहिए तभी समाज का हित सुनिश्चित हो सकता है।
स्वागत उदबोधन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर श्री शिव प्रताप सिंह राघव ने दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. रूबी गुप्ता द्वारा एवं आभार प्रदर्शन महाविद्यालय के निदेशक श्री चन्द्र प्रताप सिंह सिकरवार द्वारा किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. महेन्द्र कुमार, प्रो. नौवेन्द्रर सिंह, प्रो. विमला प्रजापति, प्रो. अंकिता कुशवाह, प्रो. सुरेश नरवरिया, प्रो. अनुपमा वैद्य एवं विधि संकाय के छात्र- छात्रायें उपस्थित रहे।