शव देखते ही बहन की निकली चीख, ट्रिपल मर्डर की मिस्ट्री में उलझी पुलिस

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पत्नी-बेटे के साथ नगर निगम के ठेकेदार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। तीनों की बॉडी पर गन शॉट के भी निशान मिले हैं। जानकारी लगते ही पुलिस मौक़े पर पहुंची और जांच में जुट गई। वहीं, फॉरेंसिक की टीम भी बारीकी से छानबीन कर रही है। परिवार के तीन लोगों की मौत के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। आसपास का माहौल गमगीन हो गया।

ग्वालियर के 12 बीघा कॉलोनी इलाके में रहने वाले नरेंद्र चौहान नगर निगम में ठेकेदारी करते थे। साथ ही आरएसएस से भी जुड़े हुए थे। नरेंद्र अपने घर में अपनी पत्नी सीमा और बेटे आदित्य के साथ रहते थे। बताया जा रहा है कि नगर निगम के ठेकेदारी का काम भी काफी अच्छा चल रहा था लेकिन अचानक न जाने क्या हुआ कि बुधवार शाम 4:00 बजे उनके कमरे से परिवार के तीनों सदस्यों की लाश मिली।

मामला सुसाइड का है या हत्या अभी संदिग्ध है नरेंद्र चौहान के घर पिछले 10 सालों से खाना बनाने का काम कर रहे कर्मचारी संतोष का कहना है कि वह मंगलवार शाम खाना बना कर घर गया था। संतोष ने बताया कि उसे बिना इजाजत घर के ऊपरी हिस्से में जाने की परमिशन नहीं थी। जब उसे बुलाया जाता था वह तभी खाना बनाने के लिए ऊपरी मंजिल पर जाता था, जहां पूरा परिवार रहता था। बुधवार को भी वह अपने समय पर ठीक 10:00 आ गया था और नीचे बैठकर इंतजार करता रहा लेकिन जब तीन चार बजे तक किसी ने नहीं बुलाया, तब उसने नरेंद्र की बहन को फोन कर स्थिति बताई। उनसे कहा कि आप आ जाइए उसके बाद हम गेट खोलने की कोशिश करते हैं।

नरेंद्र की बहन जब घर पहुंची और रसोइए के साथ मिलकर दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा देख उनकी चीख निकल गई। अंदर नरेंद्र, सीमा और आदित्य तीनों की लाश पड़ी हुई थी। पास में ही एक बंदूक भी थी। इसके बाद आसपास के लोग इकट्ठा हुए और पुलिस को सूचित किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर फोरेंसिक टीम के साथ पहुंची और जांच शुरू हुई।

वहीं, नरेंद्र के दोस्त बिरजू का कहना है कि मैं नगर निगम में पिछले पांच साल से काफ़ी सक्रिय था और अच्छा कार्य कर रहा था। उन्होंने बताया कि नरेंद्र एक दो महीनों से डिप्रेशन में था। हमेशा गुमसुम रहता था। हाल ही में सभी दोस्तों ने मिलकर एक पार्टी भी की थी, जिसमें भी वह काफी चुपचाप रहा। उससे बात करने पर सिर्फ़ इतना समझ में आ रहा था कि वह किसी बात को लेकर काफी परेशान है और जब वह परिवार वालों के साथ इस तरह का कोई क़दम उठाता है तो निश्चित ही समस्या बड़ी होगी।

पुलिस कर रही जांच

यह पूरा मामला अब तक पुलिस के लिए संदिग्ध बना हुआ है क्योंकि फॉरेंसिक टीम ने जब तीनों शव शुरुआती परीक्षण किया तो टीम को मृतक सीमा चौहान के हाथ पर “मेरी मौत का कारण मेरा भाई है” लिखा मिला। बहोड़ापुर थाना पुलिस का कहना है कि उन्हें 5:30 इस घटना के बारे में जानकारी मिली थी। जब यहां आकर देखा तो एक फ्लैट के रूम में तीन लोगों के शव मिले हैं। साथ ही अंदर एक रायफल भी मिली। हालांकि, पुलिस को यह सुसाइड का मामला लग रहा है क्योंकि जांच अधिकारियों के मुताबिक प्रथम दृष्टया मामला नरेंद्र द्वारा पहले अपनी पत्नी और बेटे को गोली मारने और फिर खुद सुसाइड कर लेने का नजर आ रहा है।

साले से विवाद का मामला

पुलिस का कहना है कि परिवार वालों से पूछने पर अब तक यह बात सामने आई है कि मृतक परिवार का उनके साल से विवाद चल रहा था। नगर निगम में इनके खिलाफ कोई शिकायत की गई थी जिसकी वजह से उनकी छवि खराब हुई। यह पूरा अभी जांच का विषय है। हालांकि, सुनने में यह भी आ रहा है कि मृतक सीमा चौहान का भाई यहां किराए से रहता था और उसी ने नरेंद्र की शिकायत नगर निगम में की थी। इस घटना से लगभग एक हफ्ते पहले वह यहां से मकान खाली कर चला गया। ऐसे में पुलिस सभी एंगलों पर जांच कर रही है।

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