बीते दिन उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से चलती गाड़ी में युवती संग गैंग रेप की खबर सामने आई थी। 6 युवकों पर चलती गाड़ी में 1 युवती संग गैंगरेप करने का आरोप था। हालांकि सच सामने आया तो पुलिस के भी होश उड़ गए। पीड़िता को बचाने पहुंची पुलिस से खुद युवती ने कहा कि वो अपनी मर्जी से कार में है और उसके साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गई है। पुलिस ने जिसे गैंगरेप समझा वास्तव में वो एक सैक्स रैकेट निकला। आरोपियों में बैंक कर्मी भी शामिल है।
दरअसल यह मामला कल यानी 23 सितंबर को सामने आया था। अंबेडकरनगर के हरैया बाइपास के पास एक चलती कार रुकी। कार की खिड़की खुली हुई थी और अंदर का दृष्य देखकर सभी के होश उड़ गए। अंदर 6 युवक और 1 युवती मौजूद थे। सभी युवक आपत्तिजनक हालत में नजर आए। वहीं महिला भी पुरुषों के साथ आपत्तिजनक अवस्था में मिली। इस दृष्य को देखकर लोग हैरान रह गए। लोगों को लगा यह गैंगरेप का मामला है। उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने फौरन मौके पर पहुंचकर युवकों को धर दबोचा।
छानबीन में हुआ खुलासा
पुलिस की पूछताछ में पीड़ित युवती ने बताया कि यह गैंगरेप नहीं है। सभी युवकों ने उसे यह देहव्यापार करने के लिए 5-6 हजार रुपये देने का वादा किया है। यह सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। पुलिस सभी को थाने ले गई। उनकी कार भी जब्त कर ली गई है। पुलिस की छानबीन में सामने आया कि 6 युवकों में बैंक ऑफ बड़ोदा का कैशियर भी शामिल था। इस सैक्स रैकेट का हिस्सा रहे सतीश कुमार, शिवम यादव, अमृत लाल, पवन, मुकेश यादव और ऋतिक नाम के युवकों को गिरफ्तार किया है। वहीं युवती का नाम निशा है। पुलिस ने सभी का मेडिकल टेस्ट करवाया है। सैक्स रैकेट के आरोपों के तहत सभी को जेल भेज दिया गया है।