शिवपुरी। जिले के लुकवासा कस्बे में एक युवक ने खुद को आग के हवाले कर दिया। इससे वह काफी झुलस गया और गंभीर रूप से हालत में अस्पताल में भर्ती है। पत्नी से चल रहे विवाद में भरण पोषण की राशि चुकता नहीं करने पर कोर्ट से युवक के लिए वारंट जारी हुआ था। इसके बाद जेल जाने के डर से खुद पर डीजल डालकर युवक ने खुद को आग के हवाले कर दिया। घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक लुकवासा कस्बे के रहने वाले 40 वर्षीय अशोक रघुवंशी का उसकी पत्नी रेखा से कई साल पहले विवाद हो गया था। अशोक शराब का शौकीन था। इसी वजह से आए दिन पत्नी के साथ मारपीट करता था। पत्नी रेखा का जीवन भी अशोक की वजह से नर्क बनता जा रहा था। अशोक ने अपनी पत्नी को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। रेखा अपने दो बच्चों के साथ मायके में आकर रहने लगी। रेखा ने सोच लिया कि अब वह अपने शराबी पति को सबक जरूर सिखाएगी। इसलिए पीड़िता के अलावा सिवाय कोर्ट के दूसरा कोई चारा नहीं बचा था। उसने कोर्ट की शरण दी और अपने पति पर दहेत एक्ट भी लगवा दिया था। न्यायालय ने आरोपी पति को आदेश दिया कि वह पत्नी को भरण पोषण के लिए हर माह दस हजार रूपए देगा।
बताया गया हैं कि हाल ही में अशोक रघुवंशी का वारंट भरण पोषण की राशि न भरने पर वारंट जारी हुआ था। वारंट जारी होने के बाद जेल जाने के डर से आज अशोक ने शराब के नशे में घर में रखे डीजल को अपने ऊपर उढेल कर आग लगा ली। परिजन सहित पड़ोसियों ने जैसे-तैसे उसकी जान बचाई और उसे उपचार के लिए लुकवासा के अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।