इंदौर। एबी रोड स्थित प्रेस कॉम्प्लेक्स की एक बिल्डिंग से कूदकर विनायक मिश्रा नामक 11वीं कक्षा के छात्र ने आत्महत्या कर ली। विनायक, जो नीलगिरी प्राइवेट होस्टल में रहता था और बर्फानी अकादमी में पढ़ता था। सुबह योग करने के लिए छत पर गया था। इसके बाद करीब 7 बजे उसने 5वीं मंजिल से छलांग लगा दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों को उसके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने बार-बार माफी मांगी थी। एमआईजी पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन उसके तनाव के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है।
विनायक ने सुसाइड नोट में लिखा, “भगवान के लिए, आप सभी मुझे माफ कर दें। मृत्यु एक सत्य है, जिसे हम सभी को स्वीकार करके आगे बढ़ना है। सभी का जीवन उज्ज्वल हो, स्वास्थ्य ही धन है। मैं कोई साधारण बच्चा नहीं हूं। मैं जल्द ही आ रहा हूं…” बताया जाता है कि विनायक डिप्रेशन से जूझ रहा था और अक्सर अपने रूममेट्स से कहता था कि जैसे भगवान गणेश चले गए, वैसे ही वह भी जल्द ही चला जाएगा।
एमआईजी पुलिस के अनुसार विनायक के पिता विनोद मिश्रा सतना जिले के मैहर के रहने वाले हैं। छात्र स्वदेश भवन में छात्रावास की चौथी मंजिल पर रहता था, जहां उसकी बहन सिमरन भी निचली मंजिल पर रहती थी। सिमरन और अन्य लोग उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस आत्महत्या का मामला मान रही है।
विनायक के दोस्तों ने पुष्टि की है कि वह कुछ दिनों में परेशान था। उनके एक दोस्त ने बताया कि विनायक ने बार-बार कहा था, “गणेशजी चले गए हैं, मैं भी चला जाऊंगा”, लेकिन उस समय किसी ने भी उनके बयान की गंभीरता को पूरी तरह नहीं समझा। फिलहाल मामले की जांच जारी है।