हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 की फेहरिस्त में 344 अरबपति शामिल हैं। अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी इस लिस्ट में पहले नंबर पर हैं, तो रिलायंस इंडस्ट्रीज के ओनल मुकेश अंबानी दूसरे स्थान पर हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में शाहरुख खान से लेकर अमिताभ बच्चन, ऋतिक रोशन और जूही चावला जैसे कई सुपरस्टार्स के नाम भी दर्ज किए गए हैं। मगर क्या आप देश के सबसे युवा अरबपति के बारे में जानते हैं? 19 साल की उम्र में हुरुन इंडिया रिच लिस्ट का हिस्सा बनी इस हस्ती को लगातार तीसरी बार देश के सबसे युवा अरबपति का टैग मिला है। हम बात कर रहे हैं क्विक डिलीवरी प्लेटफॉर्म जेप्टो (Zepto) के को-फाउंडर कैवल्य वोहरा की।
कैवल्य बोहरा लगातार 3 साल से हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के सबसे युवा अरबपति बने हैं। 3600 करोड़ की कंपनी के मालिक कैवल्य 2022 से लगातार इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज कर रहे हैं। वहीं कैवल्य के दोस्त आदित पालीचा देश के दूसरे सबसे यवा अरबपति घोषित किए गए हैं। बता दें कि कैवल्य की उम्र महज 21 साल है, तो आदित 22 साल के हैं। इतनी सी उम्र में करोड़ों की कंपनी खड़ी करना आसान नहीं होगा। खासकर जब दो बिजनेस पहले ही फ्लॉप हो चुके हों और तीसरे बिजनेस पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा हो। तो आइए जानके हैं कैवल्य और आदित के शून्य से शिखर तक पहुंचने की कहानी।
कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ी
कैवल्य वेहरा का जन्म 2003 में बेंगलुरू में हुआ था। मुंबई से पढ़ाई पूरी करने के बाद कैवल्य आगे की पढ़ाई के लिए दुबई चले गए। उन्होंने कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन करने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे कैवल्य के दिमाग में अलग-अलग बिजनेस आइडियाज आने लगे। 2018 में कॉलेज के दौरान ही उन्होंने GoPool नाम से कार-पूल सर्विस की शुरुआत की। हालांकि कॉलेज के साथ बिजनेस करना आसान नहीं था। लिहाजा कैवल्य ने कॉलेज छोड़ने का फैसला कर लिया।
दूसरा बिजनेस भी हुआ ठप
कॉलेज ड्रॉप करने के बाद कैवल्य मुंबई वापस आ गए। 2020 में उन्होंने अपने दोस्त आदित के साथ मिलकर किरानामार्ट (KiranaMart) की नींव रखी। हालांकि कैवल्य की इस शुरुआत को कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिला। आखिर में किरानामार्ट पर ताला लग गया। इसी दौरान देश में कोरोना महामारी ने दस्तक दी
कोरोना काल में की ‘जेप्टो’ की शुरुआत
कोरोना काल में लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी राशन खरीदने में आती थी। लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर निकलना नामुमकिन था। ऐसे में कैवल्य ने 10 मिनट में राशन की होम डिलीवरी करने की ठानी। कैवल्य और उनके दोस्त आदित ने मिलकर जेप्टो (Zepto) की शुरुआत की। दोनों खुद दुकान से राशन खरीदकर घरों तक पहुंचाने लगे। 2021 तक कैवल्य का यह आइडिया गेम चेंजर साबित हुआ। जेप्टो देखते ही देखते करोड़ों की कंपनी बन गई।
2023 में जेप्टो एक यूनिकॉर्न कंपनी बन गई। राशन के अलावा फल, सब्जियां, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे कई सामान जेप्टो की मदद से कुछ ही मिनट में घर पर मंगाए जा सकते हैं। कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा की यह कंपनी दिल्ली, लखनऊ, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे शहरों में 10 मिनट के अंदर क्विक डिलीवरी देने के लिए जानी जाती है। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 के अनुसार जेप्टो की नेट वर्थ 3600 करोड़ है।