कलकत्ता में बनने वाली एपी बाम की कॉपी करने के मामले में जबलपुर पुलिस ने गोल बाजार के पास एक फैक्ट्री में छापा मारा और वहां से नकली बाम का जखीरा बरामद किया। यह कार्रवाही कंपनी की सूचना के अधार पर लार्डगंज थाना पुलिस ने की है। एपी बाम कंपनी ने शिकायत दर्ज करवाई थी उसकी कंपनी का नाम तस्वीर और रेपर का इस्तेमाल करके जबलपुर में बाम बनाई जा रही है और उसे बाजार में बेचा जा रहा है। पुलिस ने कंपनी से हजारों की मात्रा में नकली लाल बाम को जप्त किया है। पुलिस की कार्रवाही के बाद जबलपुर में लाल बाम को बना रहें मालिक भी थाने पहुंच गए, जहां उनका कहना था कि पुलिस की कार्रवाही इन्लिग्ल है।
कलकता में बनने वाली एपी बाम के मालिक ने लार्डगंज थाना पुलिस को शिकायत में बताया कि उसकी एपी लाल बाम की फैक्ट्री है। जहां से पूरे देश में बाम बनाकर सप्लाई की जाती है। बाम हमारा पेटेंट है। और एपी लाल बाम रजिस्टर्ड कंपनी है। कुछ समय से जबलपुर के गोल बाजार में लाल बाम बन रही है, और कंपनी का नाम एपी बाम के नाम से बेचा जा रहा है। सोमवार की दोपहर कंपनी के अधिकृत व्यक्ति की सूचना पर लार्डगंज थाना पुलिस गोल बाजार के उस स्थान पर पहुंची जहां लाल बाम बन रही थी। पुलिस में मौके से बड़ी मात्रा में लाल बाम जप्त की। पुलिस को हूबहू एपी लाल बाम के रेपर और लाल बाम से भरी शीशी भी मिली।
एपी लाल बाम की कापीराइट करने को लेकर लार्डगंज थाना पुलिस ने बड़ी मात्रा में लाल बाम जप्त किया है। एसआई संध्या चंदेल का कहना है कि कलकत्ता से आए एक व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने गोल बाजार से लाल बाम का जखीरा जप्त किया है। अब इसकी जांच की जा रही है कि बाम कितना नकली है। और जबलपुर में बनने वाली लाल बाम एपी कंपनी से कितनी मिलती जुलती है। पुलिस अब दोनों ही बाम का फॉरेंसिक लैब भेजकर यह जानकारी जुटा रही है कि दोनों बामों में कितनी समानता है।

जबलपुर लार्डगंज थाना पुलिस ने जैसे ही जबलपुर में बनने वाली लाल बाम को जप्त कर थाने लेकर आई तो पीछे-पीछे बाम बनाने वाला मालिक भी थाने पहुंच गया। उनका कहना था कि दोपहर को अचानक ही पुलिस फैक्ट्री आ गई और पूरा माल को उठाकर थाने ले आई। जो कि करीब 25 से 30 हजार का है। गुआफा बाम के मालिक सुरेश गुप्ता का कहना है कि पुलिस की ये कार्रवाही इन्लिग्ल है। बिना किसी सूचना के और नोटिस के फैक्ट्री में पुलिस आई और सीधे माल उठाकर ले आई। फिलहाल पुलिस अब दोनों ही बाम कंपनी के प्रोडेक्ट को फॉरेंसिक लैब भेजकर जांच करवाएगी।