करहधाम का पुरा में वन भूमि पर बसे 100 से अधिक आदिवासियों के पक्के-कच्चे मकानों पर शनिवार को वन विभाग ने बुलडोजर चला दिया। इस दौरान विरोध करने पर आदिवासियों की मारपीट भी की गई। इसमें चार लोगों को चोटें भी आई हैं।
कार्रवाई के बाद यह आदिवासी परिवार दूसरी जगह बसाहट के लिए जमीन मांगने एसडीएम के पास आए। प्रशासन ने उन्हें चार दिन में नई जगह पर शिफ्ट कराने का भरोसा दिया है। एसडीएम भूपेंद्र सिंह कुशवाह का कहना है कि वन विभाग ने कार्रवाई से पहले प्रशासन को कोई सूचना नहीं दी। आदिवासियों को बसाने के लिए जमीन की तलाश कराई जा रही है।
मुरैना आए आदिवासियों ने बताया कि सुबह 10.30 बजे वन अधिकारी नूराबाद थाने का फोर्स के साथ बुलडोजर लेकर करहधाम का पुरा पहुंचे और मारपीट कर उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। जेसीबी से उनके पक्के-कच्चे घर तोड़ने लगे। दो घंटे की तोड़फोड़ में उनके सभी घरों को जमींदोज कर दिया गया। पुलिस ने आदिवासियों की पिटाई भी की।
इसमें गौरव आदिवासी व किरन आदिवासी काे चोट आई है। किरन को वनकर्मियों ने लात मारी। इसके अलावा डंडे चलाने से दो और आदिवासियों को चोट आई है। वन मंडल अधिकारी स्वरूप दीक्षित ने बताया कि चार दिन पहले भी लोगों से वनभूमि से हटने को कहा था, इसके बाद भी उन्होंने जमीन खाली नहीं की तो कब्जा हटा दिया।